चंडीगढ़ के नए एडवाइजर को लेकर हलचल तेज; IAS धर्मपाल हो रहे रिटायर, नियुक्ति की दौड़ में इन सीनियर अफसरों के नाम आए सामने
Chandigarh New Advisor Appointment Latest News Update
Chandigarh New Advisor: चंडीगढ़ प्रशासक के नए एडवाइजर को लेकर हलचल तेज हो गई है। दरअसल, प्रशासक के मौजूदा एडवाइजर IAS धर्मपाल 31 अक्टूबर 2023 को रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में नए एडवाइजर की नियुक्ति की जानी है। वहीं नए एडवाइजर की नियुक्ति के लिए AGMUT कैडर के कई सीनियर आईएएस अधिकारियों के नाम सामने आ रहे हैं।
कहा जा रहा है कि, इन अधिकारियों में से ही किसी एक नाम पर एडवाइजर लिए मुहर लगाई जानी है। इन आईएएस अधिकारियों में दिल्ली, अरुणाचल प्रदेश से लेकर गोवा-पुडुचेरी तक के अधिकारी शामिल हैं। अधिकारियों में आईएएस संजीव कुमार, आईएएस अश्वनी कुमार, आईएएस मनीष गुप्ता, आईएएस शरद चौहान, आईएएस अमित यादव और आईएएस राजीव वर्मा के नाम मुख्यता चर्चा में हैं। फिलहाल, अब देखना यह होगा कि इन अधिकारियों में किसकी चंडीगढ़ प्रशासक के एडवाइजर के तौर पर नियुक्ति होती है। बता दें कि, चंडीगढ़ में प्रशासक के एडवाइजर का कार्यकाल तीन साल का होता है।
23 जून 2021 को धर्मपाल ने संभाला था एडवाइजर का पदभार
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 21 जून 2021 को AGMUT कैडर 1988 बैच के आईएएस धर्मपाल को चंडीगढ़ प्रशासक का एडवाइजर नियुक्त किया था। इसके बाद आईएएस धर्मपाल ने चंडीगढ़ पहुंचकर 23 जून को एडवाइजर का पदभार संभाल लिया था। धर्मपाल से पहले 1986 बैच के आईएएस मनोज परिदा चंडीगढ़ प्रशासक के एडवाइजर के तौर पर नियुक्त थे। उनका चंडीगढ़ में तीन साल का कार्यकाल था मगर केंद्र सरकार ने मनोज परिदा का कार्यकाल खत्म होने से छह महीने पहले ही उन्हें दिल्ली वापस बुला लिया था। जहां ऐसे में वह चंडीगढ़ प्रशासक के एडवाइजर के रूप में करीब ढाई साल ही अपनी सेवा दे पाये। बता दें कि, केंद्र सरकार ने परिदा को सचिव रैंक पर पदोन्नति दे दी थी और बाद में उन्हें राष्ट्रीय प्राधिकरण रासायनिक हथियार समझौता का चेयरमैन नियुक्त किया गया था। मनोज परिदा 26 दिसंबर 2018 को चंडीगढ़ आए थे। उनका कार्यकाल 26 दिसंबर 2021 को समाप्त होना था। परिदा फरवरी 2022 में रिटायर हो रहे थे।
चंडीगढ़ आने से पहले केंद्र सरकार में सेवा दे रहे थे धर्मपाल
चंडीगढ़ आने से पहले आईएएस धर्मपाल केंद्र सरकार के केमिकल और फर्टिलाइजर मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के पद पर तैनात थे। धर्मपाल चंडीगढ़ को लेकर पहले से ही काफी जानकारी रखते थे। जहां ऐसे में यहां उनकी नियुक्ति से उन्हें फायदा भी मिला। धर्मपाल ने वर्ष 1981 से 1985 के दौरान सेक्टर-12 स्थित पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (पेक) से पढ़ाई की है। उन्होने यहां से इलेक्ट्रॉनिक्स व टेलीकम्यूनिकेशन से बैचलर्स ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने आईआईटी दिल्ली से कंप्यूटर कंट्रोल्स और इंस्ट्रूमेंटेशन में मॉस्टर ऑफ टेक्नोलॉजी की डिग्री ली। इसके बाद आईआईएम अहमदाबाद से मैनेजिंग आईटी का कोर्स किया। वह मूलरूप से पंजाब के होशियारपुर के बंगा के रहने वाले हैं।
चंडीगढ़ में कई बड़े कामों को लेकर चर्चा में रहे धर्मपाल
धर्मपाल की एक सुलझे हुए अधिकारी की छवि रही है जिन्होंने चंडीगढ़ में अपनी दमदार परफोर्मेंस से खूब सुर्खियां बटोरी। वह चंडीगढ़ में कई बड़े कामों को लेकर चर्चा में रहे। चंडीगढ़ में मेट्रो प्रोजेक्ट, इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी, स्पोर्ट्स पॉलिसी और स्टार्टअप पॉलिसी जैसे कई अहम मुद्दे उनके कार्यकाल में ही आगे बढ़े।